आज मैं आपको हम सभी की जिंदिगी की एक ऐसी सच्चाई बताने जा रहा हू , जिसे हम सभी जानते तो हैं पर कभी उस पर ज्यादा गौर नहीं किया
वैसे तो ये बहुत ही मामूली सी बात हैं परन्तु इस पर गौर करने से पता चलता हैं की ये तो जिन्दिगियो को सवारने और जिन्दिगियो को बेहतर बनाने की दवा हैं
दोस्तों वैसे तो हम सभी कोई न कोई काम (जीवन यापन के लिए) तो करते ही हैं
हम काम करते हैं पैसा कमाने के लिए
और पैसा कमाते हैं अपनी और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए
यानी की खर्च करने के लिए
इसे ही हमारा जीवन चक्र कहा जाता हैं
काम करो -- पैसा कमाओ -- खर्च करो
फिर
काम करो -- पैसा कमाओ -- खर्च करो
इसी उधेड़बुन में हमारा पूरा जीवन व्यतीत हो जाता हैं
क्या कभी हमने ये सोचा हैं की हम खर्च कहा करते हैं
हम खर्च करते हैं - दुकानों या शोपिंग मालों में (अपनी जरुरत के सामान खरीद कर)
दुकानदार सामान लाते हैं होल सेलर से
होल सेलर सामान लाते हैं STATE LEVEL AGENT से
STATE LEVEL AGENT सामान लाते हैं C & F AGENT से
C & F AGENT सामान लाते हैं COMPANY से
COMPANY सामान बनाने के बाद उस सामान का विज्ञापन करवाती हैं जिससे ग्राहक को पता चल सके
मतलब ये हुआ की ग्राहक 100 Rs/- का कोई सामान खरीदता हैं
तो उसे 59 Rs/- का ही सामान मिलता हैं
41 Rs/- दुकानदार से लेकर COMPANY AGENT तक का कमीशन और विज्ञापन पर हुआ खर्च जुरा हुआ होता हैं
जो ग्राहक को चुकाना ही पड़ता हैं (मज़बूरी हैं)
मतलब अगर किसी एक परिवार में 1 साल में 1 LAKH RS/- के सामान की खरीदारी होती हैं
तो 41,000 Rs/- कमीशन में चला जाता हैं
अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो सिर्फ एक ही रास्ता है
सीधे कंपनी से खरीदो
क्योकि सामान कंपनी बनाती और बेचती हैं और
ग्राहक सामान खरीदता हैं
मतलब अगर किसी एक परिवार में 1 साल में 1 LAKH RS/- के सामान की खरीदारी होती हैं तो उस परिवार की खर्चों से आमदनी 41,000 Rs/- होगी
क्या तरीका हैं
खर्च भी करो और खुद कमाओ भी
वाह भाई वाह
तो आपको ये तरीका कैसा लगा
अधिक जानकारी के लिए
अपना नाम
शहर का नाम
राज्य का नाम
मोबाइल नम्बर
के साथ ईमेल करे hr.mktjobs21@gmail.com पर